Kajali Teej2021 कजली तीज की पौराणिक व्रत कथा
कजरी तीज का नाम कजली तीज कैसे पड़ा। कजरी तीज को भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिनKajli teej WhatsApp status 2021 उत्तर भारत में कजरी तीज को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। विशेषकर राजस्थान, बिहार, उतर प्रदेश, मध्यप्रदेश आदि राज्यों मे कजरी तीज के त्यौहार (Kajari Teej Festival) को अधिक महत्व दिया जाता है।
तीज का व्रत (Kajari Teej Vrat) भी करवा चौथ की तरह ही निर्जल रहकर किया जाता है। इस व्रत में शाम के समय में चद्रंमा को अर्ध्य देने के बाद ही कुछ खाया पीया जाता हैं। इस व्रत को सुहागन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं तो वही दूसरी और इस व्रत को कुंवारी कन्याएं सुयोग्य वर पाने के लिए करती हैं।
क्यों मनाई जाती है कजरी तीज
” मेरा मन झूम-झूम नाचे
गाये तीज के हरियाले गीत
आज पिया संग झूलेंगे
संग में मनाएंगे हरियाली तीज
हरियाली तीज की शुभकामनाएं”
” आया तीज का त्योहार
सखियों हो जाओ तैयार
मेहंदी हाथों में रचा के
कर लो सोलह श्रृंगार
Happy kajali Teej”
“व्रत तीज का है बहुत ही मधुर प्यार का
दिल की श्रद्धा और सच्चे विश्वास का
बिछियां पैरों में हो माथे पर बिंदिया
हर जन्म में मिलन हो हमारा पिया
तीज की हार्दिक शुभकामनाएं”
तीज का त्योहार विवाहित जोड़ों के लिए बहुत अधिक महत्व रखता है। क्योंकि यह एक पति और उसकी पत्नी के बीच के संबंधों को मजबूत करने का त्योहार है। इस दिन महिलाएं सत्तू खाकर अपना व्रत तोड़ती हैं। नीम के पेड़ की प्रार्थना करना त्योहार का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोग इस दिन रंगीन कपड़े पहनते हैं और व्रत समाप्त होने के बाद कई तरह के भोजन का आनंद लेते हैं।
मान्यता है कि कजरी तीज के दिन ही मां पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या का फल प्राप्त किया था। यही वजह है कि इस दिन शिव और पार्वती दोनों की ही उपासना की जाती है। यदि कुंवारी लड़की इस दिन व्रत करे तो उसे मनचाहा वर प्राप्त होता है।
मान्यता है कि कजरी तीज के दिन ही मां पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या का फल प्राप्त किया था। यही वजह है कि इस दिन शिव और पार्वती दोनों की ही उपासना की जाती है। यदि कुंवारी लड़की इस दिन व्रत करे तो उसे मनचाहा वर प्राप्त होता है।
तीज का त्योहार विवाहित जोड़ों के लिए बहुत अधिक महत्व रखता है। क्योंकि यह एक पति और उसकी पत्नी के बीच के संबंधों को मजबूत करने का त्योहार है। इस दिन महिलाएं सत्तू खाकर अपना व्रत तोड़ती हैं। नीम के पेड़ की प्रार्थना करना त्योहार का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोग इस दिन रंगीन कपड़े पहनते हैं और व्रत समाप्त होने के बाद कई तरह के भोजन का आनंद लेते हैं।
कजरी तीज शुभ मुहूर्त 2021
कजरी तीज का त्योहार 25 अगस्त को मनाया जाएगा। पांच अगस्त को रात 10:50 मिनट पर तृतीया तिथि आरंभ हो जाएगी। जो सात अगस्त की रात 12:14
बजे तक रहेगी।
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