नवरात्रि के तीसरे दिन होती है मां चंद्रघंटा की पूजा
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन दुर्गा मां के चंद्रघंटा रूप की पूजा की जाती है। नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्रि के दौरान मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा राक्षसों का वध करने के लिए जानी जाती हैं। मान्यता है कि वह अपने भक्तों के दुखों को दूर करती हैं इसलिए उनके हाथों में धनुष, त्रिशूल, तलवार और गदा होता है। देवी चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र नजर आता है। इसी वजह से श्रद्धालु उन्हें चंद्रघंटा कहकर बुलाते हैं। जानिए नवरात्रि के तीसरे दिन की पूजा विधि, व्रत कथा, आरती, मंत्र, मुहूर्त…
पूजा विधि: नवरात्रि के तीसरे दिन माता दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की विधि विधान से इस मंत्र ” ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः ” का जाप कर आराधना करनी चाहिए। इसके बाद मां चंद्रघंटा को सिंदूर, अक्षत्, गंध, धूप, पुष्प आदि अर्पित करें। आप देवी मां को चमेली का पुष्प अथवा कोई भी लाल फूल अर्पित कर सकते हैं। साथ ही साथ, दूध से बनी किसी मिठाई का भोग लगाएं। पूजा के दौरान दुर्गा चालीसा का पाठ और दुर्गा आरती का गान करें।
पिण्डजप्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकेर्युता।
Ma Chandraganta 2020 WISHES IN HINDI
“जब जब याद किया तुझे ए मां
तूने आँचल में अपने आसरा दिया.
कलयुगी इस जहां में, एक तूने ही सहारा दिया.
शुभ नवरात्रि”
“देवी मां के कदम आपके घर में आएं,
आप खुशी से नहाएं
परेशानियां आपसे आंखें चुराए
नवरात्रि की आपको ढेरों शुभकामनाएं
जय माता दी”
“माँ की ज्योति से नूर मिलता है,
सबके दिलों को शुरूर मिलता है,
जो भी जाता है माँ के द्वार पर,
उसे कुछ ना कुछ जरूर मिलता हैं।”
“हे माँ, तुमसे विश्वास ना उठने देना,
तेरी दुनिया में जब भय से में सिमट जाऊं,
चारों और अँधेरा ही अँधेरा पाऊं,
बन के रौशनी तुम राह दिखा देना।”
“हे मां तुमसे विश्वास ना उठने देना
बन के रोशनी तुम राह दिखा देना,
और बिगड़े काम बना देना
नवरात्रि 2020 की शुभकामनाएं”
“लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार,
हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार,
नन्हे नन्हे क़दमों से माँ आये आपके द्वार,
मुबारक हो आपको नवरात्री का त्यौहार”
Wish You a Very Happy Navratri